सोचो, एक कंपनी जो कुछ साल पहले तक ज़्यादा लोगों को पता भी नहीं थी, आज 6,900% का रिटर्न दे चुकी है। जी हां, हम बात कर रहे हैं GHV Infra Projects Limited की, जो अब इंडिया के डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और निर्माण क्षेत्र में बड़ा नाम बनता जा रहा है।

झारखंड रेलवे स्टेशन का री-डेवलपमेंट
GHV Infra Projects को हाल ही में एक बड़ा कॉन्ट्रैक्ट मिला है, ₹120 करोड़ का। ये प्रोजेक्ट है झारखंड के एक रेलवे स्टेशन के री-डेवलपमेंट का, जो South Eastern Railway के तहत आता है। ये काम कंपनी को GHV (India) Pvt. Ltd. से मिला है, जो इसका ही एक related पार्टी है।
- कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू: ₹120 करोड़
- टाइमलाइन: 3 साल
- टाइप: EPC यानी Engineering, Procurement & Construction
इस तरह के प्रोजेक्ट्स का मतलब सिर्फ़ इमारतें नहीं, बल्कि रेलवे स्टेशन को स्मार्ट और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर में बदलना होता है।
₹2,000 करोड़ का हाउसिंग प्रोजेक्ट
GHV Infra को एक और बड़ी जीत मिली है, Valor Estate Ltd. से ₹2,000 करोड़ का प्रोजेक्ट। इसमें PAP (Project Affected People) और पुलिस हाउसिंग का निर्माण होगा।
- लोकेशन: मलाड (ईस्ट), मुंबई
- डेडलाइन: 60 महीने
- रोल: EPC पार्टनर
इस प्रोजेक्ट से मुंबई जैसे बड़े शहर में अफोर्डेबल हाउसिंग को बूस्ट मिलेगा और कंपनी का रेवेन्यू भी बढ़ेगा।
स्टॉक स्प्लिट और बोनस शेयर
GHV Infra ने अनाउंस किया है कि वो 2:1 स्टॉक स्प्लिट करने वाली है। यानी, एक ₹10 का शेयर अब दो ₹5 के शेयर में बदल जाएगा। इससे शेयर छोटे इन्वेस्टर्स के लिए ज़्यादा accessible हो जाएंगे।
बोनस शेयर डिटेल:
| Particular | Details |
|---|---|
| स्टॉक स्प्लिट | 2:1 (₹10 → ₹5) |
| बोनस शेयर रेशियो | 3:2 (हर 2 शेयर पर 3 बोनस) |
| रिकॉर्ड डेट | 16 सितम्बर 2025 |
इससे शेयर की liquidity बढ़ेगी और स्टॉक मार्केट में कंपनी की visibility भी।
कंपनी की नई पहचान
GHV Infra पहले Sindu Valley Technologies के नाम से जानी जाती थी। लेकिन 2024 में इसका नाम बदला गया, और अब ये पूरी तरह से इंफ्रास्ट्रक्चर और construction सेक्टर पर फोकस कर रही है। कंपनी अब पेपर और पेपर प्रोडक्ट्स के मैन्युफैक्चरिंग में भी एंट्री लेने की सोच रही है।
- मार्केट कैप: ₹2,000+ करोड़
- प्रमोटर होल्डिंग: 73.98%
- पब्लिक होल्डिंग: 26.02%
- 52-वीक लो: ₹19.78
- करंट प्राइस: ₹1,401 (approx.)
- रिटर्न: 6,900%+
आगे क्या?
GHV Infra Projects Ltd का ये सफ़र दिखाता है कि कैसे एक कंपनी, सही प्लानिंग और execution के साथ, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और स्टॉक मार्केट दोनों में अपनी जगह बना सकती है। झारखंड का रेलवे स्टेशन हो या मुंबई की हाउसिंग स्कीम, हर प्रोजेक्ट से कंपनी की प्रोफाइल और रेवेन्यू दोनों ग्रो हो रहे हैं।






